वो जा रहा था,और मै उसे देख रही थी
धडकने संभल नही रही थी,
लगता था अभी बहार निकल कर चीत्कार उठेंगी
पलके झपकना भूल गई थी
आंसू की दो बूंदों ने
आँखों को इतना भारी कर दिया था
कि वो बंद भी नही हो पा रही थी
आज लग रहा था कि क्यूँ
मैंने उसे अपने दिल की बात नही बताई
क्यों उसके बोलने का इंतजार करती रही
सोचती रही कि एक दिन वो सब समझ जायेगा
और बोल देगा वो,
जिसको मैं सालों से सुनना चाहती थी ,,
लेकिन वो बिन बोले जा रहा था
मुझे मालूम था कि वो मेरी तरफ देख रहा था
और मै जड़वत
तभी एकदम से मुझे सिहरन सी महसूस हुई
अब मै समझ चुकी थी
की अब कुछ बोलने की जरुरत नही ,
अब मै और वो नही ……हम हैं……………23/9/13...........
धडकने संभल नही रही थी,
लगता था अभी बहार निकल कर चीत्कार उठेंगी
पलके झपकना भूल गई थी
आंसू की दो बूंदों ने
आँखों को इतना भारी कर दिया था
कि वो बंद भी नही हो पा रही थी
आज लग रहा था कि क्यूँ
मैंने उसे अपने दिल की बात नही बताई
क्यों उसके बोलने का इंतजार करती रही
सोचती रही कि एक दिन वो सब समझ जायेगा
और बोल देगा वो,
जिसको मैं सालों से सुनना चाहती थी ,,
लेकिन वो बिन बोले जा रहा था
मुझे मालूम था कि वो मेरी तरफ देख रहा था
और मै जड़वत
तभी एकदम से मुझे सिहरन सी महसूस हुई
अब मै समझ चुकी थी
की अब कुछ बोलने की जरुरत नही ,
अब मै और वो नही ……हम हैं……………23/9/13...........