About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Monday, September 23, 2013

हम

वो  जा रहा था,और मै  उसे देख रही थी 
               धडकने संभल नही रही थी, 
लगता था अभी बहार निकल कर चीत्कार उठेंगी
                  पलके झपकना भूल गई थी 
आंसू की दो बूंदों  ने 
        आँखों  को इतना भारी कर दिया था 
कि वो बंद भी नही हो पा  रही थी 
         आज लग रहा था कि  क्यूँ 
मैंने उसे अपने दिल की बात नही बताई  
              क्यों उसके बोलने का इंतजार करती रही 
सोचती रही कि  एक दिन वो सब समझ जायेगा 
                     और बोल देगा वो,                                 
जिसको मैं सालों से सुनना  चाहती थी ,,
                लेकिन वो बिन बोले जा रहा था 
मुझे मालूम था कि  वो मेरी तरफ देख रहा था 
         और मै जड़वत  
                तभी एकदम से मुझे सिहरन सी महसूस हुई 
Photo: #Zahid
अब मै  समझ चुकी थी
              की अब कुछ बोलने की जरुरत नही ,
अब मै और वो नही ……हम हैं……………23/9/13...........

         

Monday, September 16, 2013

मेरी याद


कभी तो तुम भी उलट पलट करोगे अपनी जिन्दगी की किताब को 

तब कहीं ना कहीं,किसी कोने में ही ,वर्ना आखिरी पन्ने पर ही

मेरा कहीं तो जिक्र किया होगा 

            तब मेरी याद तो आएगी ना  

एक बार ही सही। ………. 16/9/13..........