वो फोन की घंटी
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हेलो ,हाँ कौन ?कौन बोल रहे हैं
बोलो हांजी कौन ?
हेलो HELLOOOOOO
------------ हेलो कैसी हो
तुम
सुनकर वहीँ जम गई ,,जीभ तालु से चिपक गई
बड़ी मुश्किल से आवाज़ निकली .....
---------हाँ ,,हाँ अच्छी हूँ..
इतने सालों बाद ,,अब
अब क्यों फोन कर रहा है मुझे.....
जिस राह पर छोड़कर गया था
वहां से तो मैं कब की
ढोके ले आई थी अपने उस जिस्म को
जिसमे सिवाय साँस के कुछ ना बचा था
वो आँखे जो तुम्हारे पीछे पीछे सालों वहीँ पथरा गई थी
अब तो वो भी वहां नहीं निहारती
मेरी खुशियां वो मेरी उसी राह पे तकती पथराई आंखें
मेरी ख्वाहिशें ,सभी का तो तर्पण कर दिया गया था..
फिर आज इतने सालों बाद,क्यूं
Hello
हैं,,,, हाँ ,,,हाँ अच्छी हूँ
गुड Gooddd ,,अच्छी तो हो ही,
हमेशा ऐसे ही अच्छी बनी रहो
धुम्म तड़ाक ,जैसे किसी ने जोरदार तमाचा जड़ा होे
सुनकर ऐसा लगा
नहीं एसी अच्छी नहीीीि
ऐसे बोलकर मुझे एक तरह से
तुमने श्रापित कर दिया
नहीं अब ऐसा जीवन और नहीं::::::मिष्टी .........
बोलो हांजी कौन ?
हेलो HELLOOOOOO
------------ हेलो कैसी हो
तुम
सुनकर वहीँ जम गई ,,जीभ तालु से चिपक गई
बड़ी मुश्किल से आवाज़ निकली .....
---------हाँ ,,हाँ अच्छी हूँ..
इतने सालों बाद ,,अब
अब क्यों फोन कर रहा है मुझे.....
जिस राह पर छोड़कर गया था
वहां से तो मैं कब की
ढोके ले आई थी अपने उस जिस्म को
जिसमे सिवाय साँस के कुछ ना बचा था
अब तो वो भी वहां नहीं निहारती
मेरी खुशियां वो मेरी उसी राह पे तकती पथराई आंखें
मेरी ख्वाहिशें ,सभी का तो तर्पण कर दिया गया था..
फिर आज इतने सालों बाद,क्यूं
Hello
हैं,,,, हाँ ,,,हाँ अच्छी हूँ
गुड Gooddd ,,अच्छी तो हो ही,
हमेशा ऐसे ही अच्छी बनी रहो
धुम्म तड़ाक ,जैसे किसी ने जोरदार तमाचा जड़ा होे
सुनकर ऐसा लगा
नहीं एसी अच्छी नहीीीि
ऐसे बोलकर मुझे एक तरह से
तुमने श्रापित कर दिया
नहीं अब ऐसा जीवन और नहीं::::::मिष्टी .........
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