About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Tuesday, December 10, 2013

चाँद

चलो आज आसमान बाँट लें
           आधा त्तुम्हारा आधा मेरा 
 तो कोई लड़ाई नही,
         पर तुम्हे पूरा आसमां चाहिए था,
मेने तुम्हारी ख़ुशी के लिए दे दिया 
    फिर तुम्हे टूटता तारा दिखा, 
तो तुमने सारे तारे ले लिए,
        सिर्फ इसलिए कि टूटते तारे 
शायद कोई विश पूरी कर दें 
          वो तुम नही चाहते थे 
कि मेरी कोई विश  पूरी हो 
         और मैं कहीं तुम्हे छोड़ ना दूँ 
आज मेरेहिस्से चाँद आया है 
            तुम्हे वो भी चाहिए,
पर नही,आज ये चाँद  तुम्हे नही दूंगी 
                 क्यों इतने सारे सितारों में 
तुम्हे सिर्फ चाँद ही चाहिए 
                पर नही ,अब नही। ………। 
                                     6 /12/13..........

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