About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Saturday, January 11, 2014

तुम्हे तो मैंने अपने को सौंप दिया था ना,
         बोला था ना,मांग लो 
मुझे। इस दुनिया से ,मेरे घरवालों से 
और ,और ? और मुझसे भी 
        लेकिन तुमने क्या किया
मुझसे मुझे माँगा नही , छीन लिया 
     मैं तो उसमे भी खुश थी 
फिर ,फिर क्यूँ छोड़ दिया मुझे 
  मुझीसे से चुरा कर 
       मैं नही अपने को अपना पा  रही 
क्यूंकि मैंने अपने को तुम्हे सौंप दिया था 
         और तुमने मुझे -----------------जनवरी ११ /१४ 

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