About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Monday, February 10, 2014

मेरी सूरत

ये कौन है
       ये इतना धुंधला क्यूँ है
क्या ये मैं हूँ ,नही नही
        मैं क्यूँ धुन्धलाउंगी 
बोल मेरे हमसफ़र
     क्या सच में मेरे सामने आइना है
नही,आइना ही धुंधला होगा
      मैं। नही मैं नही
पर मैने अपने को कब ध्यान से देखा था आखिरी बार
         मुझे तो ये भी याद नही …………10/2/14....... 

No comments:

Post a Comment