About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Sunday, June 1, 2014

बिखराव

कितना तोड़ोगे,कितना बिखेरोगे
                  और कितना मुझे तड़पाओगे
मेरी गलती सिर्फ इतनी ही है ना,
                    की मैंने तुम्हे चाहा
दिलों जां से चाहा
                    सबसे ज्यादा तुम्हे ही चाहा
तेरे एक छोटे से मज़ाक ने
                         मेरे १४ साल ----------------
शायद अब कभी ना जुड़ पाउँगी
               लेकिन मेरे बिखरने से क्या
तुम संभल पाओगे 31 -5 -14 ..........
        

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