About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Wednesday, August 20, 2014

ख़ामोशी

मुझे अच्छा लगा उस दिन,
                       जिस दिन मैं सच में अकेली रह गई थी
और तुमने जबरन मुझे गले से लगा लिया था,
               और मैं घंटों सिर्फ रोती  रही 
ना तुम कुछ बोले ,ना ही मैंने कुछ कहा Misty Goswami
                                 सिर्फ मेरी सिसकियाँ तुम्हे बयां करती रही मेरी दास्ताँ 
और हमेशा की तरह तुम 
                        सुनते रहे मेरी ख़ामोशियाँ ................ 2014 

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