मेरे और भगवान के बीच
शर्त लगी है,,
वो कहते हैं की तू कब तक
कब तक खुश रहकर दिखाएगी ..
कब तक सपनो को हकीकत समझ कर जिएगी शर्त
और मैं कहती हूँ,,जब तक सपने मेरे साथ रहेंगे,,
मैं एसे ही जियूंगी,,शर्त पक्की ...............
टूट रहे हैं धीरे -2 सपने
साथ ही टूट रही हूँ मैं भी
लेकिन कुछ सपने अभी भी
बाकि हैं,,
जो रखे हैं जिंदा
इस टूटी-बिखरी मिष्टी को
शर्त जितवाने की चाह में
कहीं न कहीं किसी ना किसी रूप में
मिल जाते हैं सपने मेरे ...................................12-12-12..........
शर्त लगी है,,
वो कहते हैं की तू कब तक
कब तक खुश रहकर दिखाएगी ..
कब तक सपनो को हकीकत समझ कर जिएगी शर्त
और मैं कहती हूँ,,जब तक सपने मेरे साथ रहेंगे,,
मैं एसे ही जियूंगी,,शर्त पक्की ...............
टूट रहे हैं धीरे -2 सपने
साथ ही टूट रही हूँ मैं भी
लेकिन कुछ सपने अभी भी
बाकि हैं,,
जो रखे हैं जिंदा
इस टूटी-बिखरी मिष्टी को
शर्त जितवाने की चाह में
कहीं न कहीं किसी ना किसी रूप में
मिल जाते हैं सपने मेरे ...................................12-12-12..........
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