About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Tuesday, November 22, 2011

स्टाम्प

मेरी क्या हैसियत है इस घर में,
      हर वक्त की दुत्कार 
हर वक्त की कोंच कौंच 
       कभी इसका काम 
कभी उसका काम 
     फिर भी मैं कुछ भी नहीं 
मेरी जिन्दगी,एक स्टाम्प बन कर 
       रह गई है
खाली एक स्टाम्प 
      जिसका जो दिल चाहे 
मुझ पर स्टाम्प लगा दे 
     ये मेरी बीबी है स्टाम्प 
ये मेरी माँ है स्टाम्प 
    ये मेरी बहन  है स्टाम्प 
भाभी,बेटी ,बहु --------
      स्टाम्प-----स्टाम्प---- स्टाम्प 
और मेरी नजर में 
   मैं सिर्फ  एक 
रबड़ के नीचे लिखे एक 
  पेन्सिल के अक्षर की तरह हूँ 
अगर सही लगे तो ठीक 
   वरना रबड़ तो है ही 
              मिटा दो.......

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