About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Tuesday, November 1, 2011

नजर

इस डर से कि कहीं किसी की
         नजर ना लग जाए
मैंअपनी खुशी को
       अंदर कोने कहीं सहेजती रही
मुझे पता ही नहीं चला
    वो कब मुझसे कोसों दूर चली गई
और मैं गम की पनाह में
       जीती रही
इसी उम्मीद में कि
          कहीं किसी कोने में मैने
अपनी खुशियों को सहेज
     कर रक्खा हुआ है.

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