जानती थी मैं,,
मुझे कोई भी मेरे जैसा नही मिलेगा.
फिर भी विश्वास करने की बुरी आदत है
तो कर लिया
फिर वही धोखा ,,अविश्वास ----------------------वही सब दिखावा
क्या सच में कोई नही
जो सिर्फ और सिर्फ मेरा हो
मुझे पता है,,एक दिन वो मिलेगा
जरूर मिलेगा ,,
उसी के इंतज़ार में तो
पलकें बिछाए बैठी हूँ,,,,,,,,,,,,,
वो जरूर मिलेगा
एक दिन........................................
मुझे कोई भी मेरे जैसा नही मिलेगा.
फिर भी विश्वास करने की बुरी आदत है
तो कर लिया
फिर वही धोखा ,,अविश्वास ----------------------वही सब दिखावा
क्या सच में कोई नही
जो सिर्फ और सिर्फ मेरा हो
मुझे पता है,,एक दिन वो मिलेगा
जरूर मिलेगा ,,
उसी के इंतज़ार में तो
पलकें बिछाए बैठी हूँ,,,,,,,,,,,,,
वो जरूर मिलेगा
एक दिन........................................