About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Monday, October 15, 2012

जानती थी मैं

जानती थी मैं,,
        मुझे कोई भी मेरे जैसा नही मिलेगा.
फिर भी विश्वास करने की बुरी आदत है 
                      तो कर लिया 
फिर वही धोखा ,,अविश्वास ----------------------वही सब दिखावा 
         क्या सच में कोई नही 
जो सिर्फ और सिर्फ मेरा हो 
        मुझे पता है,,एक दिन वो मिलेगा  
जरूर मिलेगा ,,
         उसी के इंतज़ार में तो
पलकें बिछाए बैठी हूँ,,,,,,,,,,,,,
                 वो जरूर मिलेगा
एक दिन........................................

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