About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Saturday, October 6, 2012

उर्मिला

तुमने तो जाते हुए आराम से कह दिया                 \
                           कि रोना नही,,
मैंने भी भरी आँखों से तुम्हें वचन दे दिया,,,,,,,
               जुबां से बोलती तो रो  पड़ती
चुपके से सर हिला दिया मैंने ,,,,,,,,
             अब महसूस किया उर्मिला का दर्द 
जिसने विरह में 14 साल 
                 आँसू गिरने ना दिए
पर  मैं इन पलकों का क्या करूँ
             जो मेरे आंसुओं का बोझ उठा ही नही पा रही........
                                                         6-10-12........

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