About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Saturday, March 22, 2014

ख्वाहिश

मेरी ख्वाहिशें इस क़दर बढ  चुकी हैं कि
                 अब तो साँस लेना भी दुश्वार हो गया है
हर साँस मुझसे राह  पूछती है
                       आने जाने के लिए,
मेरी ख्वाहिशे तोड़ तो ना दोगे
Photo                        क्योंकि मैं इन्ही ख्वाहिशों के चलते ज़िंदा हूँ
जहाँ ये खत्म
           वहीँ ये मिष्टी भी
अब सब सिर्फ और सिर्फ
                         तुम्हारे हाथ में है ............. मार्च 14


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