About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Wednesday, May 14, 2014

तन्हाई

मैं  तो हँस रही थी ना
           मैने तो तुमसे कुछ नही कहा
फिर  मुझे तन्हाई मे देख कर
               क्यों तुम रो पड़े
बोलो ना…………
             क्या आज भी तुम 
मुझे भूल नहीं पाए
           नही भूल पाये मेरी आदत
तन्हाई में  अपने दुख --------------
हाँ आज भी मैं 
       जब भी दुखी होती हूँ 
तन्हाई में  ही रहना पसन्द करती हूँ …………… 14 -5 -14

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