About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Thursday, October 13, 2011

दाम

आँसू तो रुकने का नाम नहीं  लेते 
       और तुम मुझे हंसने का मौका नही देते 
इतने कठोर तुम क्यों हो गए 
    कि मुझे बर्बाद करके भी अपने 
सर इलज़ाम नही लेते 
    वैसे तो हर चीज़ के तुम दाम लगा लेते हो 
मगर मेरे जख्मों के 
    कोई दाम नही देते 
जब से आई हूँ तेरी जिंदगी में 
             तूने आँसू दिए हंसी ले ली 
रिश्ता ऐसा है कि
     तुझे छोड़ के जा भी नही सकती
शायद अब तो कब्र में ही आराम मिले  
              उसका भी दाम चूकाऊँगी मैं,
तुम मुझे कफन दे देना
      मैं तुम्हारा नकाब वापिस कर दूंगी 
जो तुम्हे मेरे साथ अपने दोस्तों 
      को दिखाने के लिये ओदना  पड़ता था 
मेरे जाने के बाद 
     तुम्हे दो रूप नही जीने पडेगें .....



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