About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Thursday, February 2, 2012

मौत

जिन्दगी काले लिबास में आएगी 
      मेरा शोक करने के लिए 
क्योंकि वो अभागन कहलाएगी 
     मेरे मरने के बाद,
कफन बनेगा मेरा विधुर 
     जिस दिन मैं मर जाऊँगी
या 
मौत बनेगी मेरी विधवा 
     जिस दिन मैं हमेशा के लिए 
चैन की नींद सो जाऊँगी.....

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