मैं ,,
मैं एक दर्द हूँ ,,दर्द की आवाज़ नही होती
मैं क्यों कहूँ कि तुम बदल गए
क्योंकि,,
जो मैं कल थी वो खुद ही मैं
आज वैसी नही हूँ....
कल मैं हंगामा थी ,, आज दर्द की पनाह में
गूंगी हो चुकी हूँ|
ये जिन्दगी मेरे लिए ख्वाब जैसी है
जिसमे मैं नही हूँ !
क्योंकि किसी ने मुझे आँखों में बसाया ही नही ,,
अब पूछते हो,, मैं कौन हूँ
मैं एक ऐसा सवाल हूँ जिसका कोई
जवाब ही नही है,,,,,,,,,,,,
ये सूरज जरूर मुस्का के तसल्ली देता है
कहता है ------------------
जलता हूँ मैं भी ,,अकेली तू ही नही है.........................
मैं एक नाम हूँ
सिर्फ एक नाम------------मिष्टी......................
मैं एक दर्द हूँ ,,दर्द की आवाज़ नही होती
मैं क्यों कहूँ कि तुम बदल गए
क्योंकि,,
जो मैं कल थी वो खुद ही मैं
आज वैसी नही हूँ....
कल मैं हंगामा थी ,, आज दर्द की पनाह में
गूंगी हो चुकी हूँ|
ये जिन्दगी मेरे लिए ख्वाब जैसी है
जिसमे मैं नही हूँ !
क्योंकि किसी ने मुझे आँखों में बसाया ही नही ,,
अब पूछते हो,, मैं कौन हूँ
मैं एक ऐसा सवाल हूँ जिसका कोई
जवाब ही नही है,,,,,,,,,,,,
ये सूरज जरूर मुस्का के तसल्ली देता है
कहता है ------------------
जलता हूँ मैं भी ,,अकेली तू ही नही है.........................
मैं एक नाम हूँ
सिर्फ एक नाम------------मिष्टी......................
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