एक बार तो आ जाओ
अब तो आसूं भी हथेली को सुलगाने लगे
तुम इन आसुओं पर पहरा लगाने आ जाओ
मैं खुश हूँ बहुत ये बात मुझे अपने को न समझानी पड़े
अब तो आ जाओ की ये बात भी सच लगने लगे
मुझे मेरे ख्वाबों से निकलने के लिए
एक बार तो हकीकत बन के आ जाओ
कुछ यादें इतनी प्यारी होती हैं
कि
उनके साथ जिन्दगी भी बिता सकती हूँ
लेकिन उन यादों को जिलाने के लिए तो आ जाओ
अब तो आ जाओ की सांसे भी मेरी थमने चली
इससे पहले की ये टूट जाएँ आ जाओ
लो चली मैं इस दुनिया से खफ़ा होकर
चाँद तारे मेरी मांग में भरने के लिए आ जाओ
आखिर और कब तक अपने से ही बात करूँ
आखिर कब तक तन्हाई से लड़ाई करूँ
लो चली अब तो विदा करने के लिए आ जाओ
अब तुम्हे कोई नही,कोई नही पुकारेगा
इसी ख़ुशी में तो एक बार आ जाओ। ……………………….
अब तो आसूं भी हथेली को सुलगाने लगे
तुम इन आसुओं पर पहरा लगाने आ जाओ
मैं खुश हूँ बहुत ये बात मुझे अपने को न समझानी पड़े
अब तो आ जाओ की ये बात भी सच लगने लगे
मुझे मेरे ख्वाबों से निकलने के लिए
एक बार तो हकीकत बन के आ जाओ
कुछ यादें इतनी प्यारी होती हैं
कि
उनके साथ जिन्दगी भी बिता सकती हूँ
लेकिन उन यादों को जिलाने के लिए तो आ जाओ
अब तो आ जाओ की सांसे भी मेरी थमने चली
इससे पहले की ये टूट जाएँ आ जाओ
लो चली मैं इस दुनिया से खफ़ा होकर
चाँद तारे मेरी मांग में भरने के लिए आ जाओ
आखिर और कब तक अपने से ही बात करूँ
आखिर कब तक तन्हाई से लड़ाई करूँ
लो चली अब तो विदा करने के लिए आ जाओ
अब तुम्हे कोई नही,कोई नही पुकारेगा
इसी ख़ुशी में तो एक बार आ जाओ। ……………………….
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