About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Thursday, August 29, 2013

ना जाओ...

अब ख़्वाब  भी इजाजत मांगते हैं 
                                    मुझसे 
क्योंकि हकीकत उन्हें रोज़ 
                    बेरहमी से कुचल रही है 
क्या कहूँ मैं ,,
           अपने ख्वाबों से 
कि  तुम्हारे सहारे  ही तो तो मैं जिंदा हूँ 
पर तुम्हे यूँ पल पल 
                   मरता भी तो नही देख सकती ना जाओ
जाओ मेरे ख्वाबों 
           अब तुम भी मुझे छोड़ के चले जाओ 
अब ख़्वाब  भी इजाजत मांगते हैं। ………. 28 aug.........

No comments:

Post a Comment