About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Thursday, August 29, 2013

आँसू

अब तो मेरा रोम रोम 
               आंसुओं में डूब चूका है ……. 
जब आंसू इतने दिए तो कांधे कम क्यूँ 
                        अब शर्त लगी है 
मेरे और तेरे बीच में मेरे मौला 
                या तो आंसू रोक 
या मैं  आई तेरे पास 
                 कब तक नही बुलाओगे,
मैं  भी देखती हूँ 
          अब ये शर्त मैं ही जीतूंगी ……
तुझे बुलाना ही होगा मुझे अपने पास 
                         और मैं भिगोउंगी तेरा दामन 
अपने आंसुओं से……… 
         29 /8 /13..........

No comments:

Post a Comment