अब तो मेरा रोम रोम
आंसुओं में डूब चूका है …….
जब आंसू इतने दिए तो कांधे कम क्यूँ
अब शर्त लगी है
मेरे और तेरे बीच में मेरे मौला
या तो आंसू रोक
या मैं आई तेरे पास
कब तक नही बुलाओगे,
मैं भी देखती हूँ
अब ये शर्त मैं ही जीतूंगी ……
तुझे बुलाना ही होगा मुझे अपने पास
और मैं भिगोउंगी तेरा दामन
अपने आंसुओं से………
29 /8 /13..........
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