About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Friday, March 3, 2017

जामुनी केक्ट्स

सुनो,,
      हाँ आया था इक बादल,,कहीं दूर बहुत दूर से,,
बरसाया उसने मुझ रेगिस्तान सी पड़ी भूमि पर
बहुत ठंडा सा नमी देता पानी,,
हाँ मैं भीगने भी लगी थी,
मुझमे भी माटी की सुगंध आने लगी थी,,
लेकिन तभी हवा के झोंके सा जैसा वो आया था,
वैसे ही बिन बताये चला गया वो,,
जता गया की रेगिस्तान में बरसात नही
लेकिन उसकी थोड़ी सी महक रह गई मुझमे,
ना चाहते हुए भी
 कोई जामुनी केक्ट्स उग आयाImage result for images cactus flowers
जिन्दगी भर कांटे चुभोने या मेरी गलती जताने को
उफ्फ्फ ये क्या किया. मैंने>>>>>>>>>>>>>मिष्टी


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