About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Friday, March 3, 2017

अंजाना साथी

तुझे भूलूं भी तो कैसे भूलूं,,
                तेरे लफ्जों में भीग चुकी हूँ मै
तेरे सामने ना होते हुए भी
                               तुझे रोज देखती हूँ मैं,,
             तुझसे कभी न मिले हुए भी,,
 रोज तेरी छुअन महसूस करती हूँ मैं.Image result for sad images
                        तुझसे कोसो की दूरी होते हुए भी
तेरी धडकन भी सुन सकती हूँ मैं. .. मिष्टी........ feb 17 

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