मेरी भूल ,,
और मेरी जिन्दगी के सारे सबक
उकेरती जा रही हूँ,,डायरी के पन्नो पर
ताकि जब मैं भी उड़ने लगूं ,,भूलने लगूं,
बीते पल ,,ये पन्ने उड़ उड़ कर
मुझे याद दिलाते रहें
जिन्होंने आंसूओं में धुंधला दिया
आईने में मेरा ही चेहरा. .............. 26\2\15.........मिष्टी
और मेरी जिन्दगी के सारे सबक
उकेरती जा रही हूँ,,डायरी के पन्नो पर
ताकि जब मैं भी उड़ने लगूं ,,भूलने लगूं,
बीते पल ,,ये पन्ने उड़ उड़ कर
मुझे याद दिलाते रहें
जिन्होंने आंसूओं में धुंधला दिया
आईने में मेरा ही चेहरा. .............. 26\2\15.........मिष्टी
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