About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Friday, March 10, 2017

सबक

         मेरी भूल ,,
और मेरी जिन्दगी के  सारे  सबक
                उकेरती जा रही हूँ,,डायरी के पन्नो पर
ताकि जब मैं भी उड़ने लगूं ,,भूलने लगूं,
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          बीते पल ,,ये पन्ने उड़ उड़ कर
मुझे याद दिलाते रहें
                  जिन्होंने आंसूओं में धुंधला दिया
आईने में मेरा ही चेहरा.  .............. 26\2\15.........मिष्टी 

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