किसी पंडित के कहने पर
वो रोज फूल तोडकर लाता है
पर,
उन फूलों को मंदिर में चड़ाने की जगह
वो मुझ पर बरसा जाता है,
सुबह शाम मंदिर जाने को कहा है
इसलिए भोर होते ही और
शाम ढलते ही
वो मेरी गली आ जाता है,
मै कैसे प्यार करूं जोगी
तू तो मुझे ,
देवी बनाये जाता है..
देवी बनाये जाता है..
२८.३.२००१