About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Saturday, August 27, 2011

आंसू

दुनिया ने उन आंसुओं की परवाह की 
                           जिन्होंने मेरी आँखों से विदा ली,
बस उसी ने नहीं (पोछा)परवाह  की
                       जिसने इन्हें मेरी आँखों से 
ढलकने की वजह बनाया.
                                          उसने मेरी आँखों के आंसू 
                            और जलती मोम के गिरने में कोई 
                                           अंतर नहीं समझा ,
   जिसमे से एक उनके कमरे का 
                अँधियारा दूर कर  रही थी   
तो दूसरी 
           उनके जीवन को प्रकाशमय बनाने के लिए 
                     खुद पिघल रही थी 
दोनों ही जल जलकर ,पिघला रही थी 
             अपना जीवन......२०११ ,जून                

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