बस आखिरी बार तुझे देखने के लिए
इक साँस खुदा से उधार ले रखी है,
बदन को लाश बनाने में ,
बस तेरे दर्शनों का इंतज़ार है
तू नहीं आएगा तो
जल जायेगा बदन धू धू कर
अरमा भी जल मरेगे, इच्छा भी खाक हो जायेगी,
और जो राख हो जाउंगी ,
उसे भी हवाएं ले उड़ेंगी
इससे पहले की खाक हो जाऊँ मै ,
तुझे देखने की इच्छा है,
उस एक उधार की साँस की खातिर
एक बार तो मिलने आ जाओ ..
5/8/11
इक साँस खुदा से उधार ले रखी है,
बदन को लाश बनाने में ,
बस तेरे दर्शनों का इंतज़ार है
तू नहीं आएगा तो
जल जायेगा बदन धू धू कर
अरमा भी जल मरेगे, इच्छा भी खाक हो जायेगी,
और जो राख हो जाउंगी ,
उसे भी हवाएं ले उड़ेंगी
इससे पहले की खाक हो जाऊँ मै ,
तुझे देखने की इच्छा है,
उस एक उधार की साँस की खातिर
एक बार तो मिलने आ जाओ ..
5/8/11
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