About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Monday, August 29, 2011

बोझ

बचपन से ही हमें बताया गया है कि इस धरती पर जिसका भी जनम हुआ है वह किसी न किसिं मकसद से हुआ है,
बहुत समय से सोच सोच कर प्रेषण थी कि हमारा जनम किस कार्य के लिए हुआ है,
मुझे बिलकुल भी समझ में नहीं आ रहा था,लेकिन अब लगता है कि भगवान दिखाना चाहता है कि जींदगी बिना 
उत्साह और उमंग के बेमायने केसे जियें,या केसे जी सकते हैं यही दिखाने के लिए हमारा जन्म हुआ है.!
इसी बेमायनी जिंदगी के लिए हमें प्रथ्वी पर भेजा गया है,बिना खुशी के खुशी-खुशी जिंदगी जी कर दिखाओ!
ये जिंदगी है या श्राप?
 पता नहीं,
पर पैदा हुए है और अपनी जिंदगी के साल बिता रहे हैं, अभी कितने साल का वनबास और है ये बताने वाला कोई नहीं है!
बस यही प्रार्थना है कि अब इस श्रापित जीवन से भगवांन जल्दी ही छुटकारा दिला दे ......
                9/10/99

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