About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Friday, September 9, 2011

रिश्ता

तुम्हारे साथ रहने के लिए मैंने
     मैंने'अपने'स्वत:' को तोड़ दिया
अपने'स्वार्थ' को भगा दिया.
     अपने'सुखों' को फेरों की अग्नि में भस्म कर दिया,
'अपनों' को पराया कर दिया
       अपनी' आशाओं' से मुंह फेर लिया
'अधिकार'शब्द को पहचानना ही बंद कर दिया
       और सबसे बड़ा सच
मैंने'मैं' का साथ छोड़ दिया
  तब कहीं जाकर तुमने मुझे अपनाया,
और तोहफे में मुझे दिया
             आंसुओं का उपहार
पल पल.........

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