About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Friday, September 2, 2011

तू ही तू

ये तू है कि मैं हूँ नही जानती,
        आइने में तू है,तेरी बाँहों में मैं हूँ.
मेरी आँखों में तू है,
              तेरी पुतली में मैं हूँ.
मेरे साये में भी तू है,
          तेरी यादों में भी मैं हूँ.
मेरी सांसो में तू है,
        तेरी आत्मा में मैं हूँ.
अब कौन तू है,कौन मैं हूँ
     मुझमे तू है,तुझमे मैं हूँ
शायद इसीलिए नहीं जानती कि,
ये ------

१५/८/०५
       

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