About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Sunday, September 18, 2011

मुस्कान

सुहाना मौसम और
    सहलाती शाम की हवा में
मुस्कुराते सूरज को विदा बोलना
      और उसी समय
हिचकी का आकर
    तेरी याद दिलाना
प्यार के उस पार
    सिर्फ धूप ही नहीं
बारिश भी है.
         उसी बारिश में नहा के
खाली पांव तेरी तरफ दौड़ना
        आज भी याद आता है तो
इस उदास चेहरे पर
मुस्कान छोड़ जाता है....

2 comments:

  1. Meethi Meethi Yadoon ki dilkash MUSKAN!
    Wah!

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  2. चलो आपको मीठी मीठी यादें ताज़ा हुईं,मुझे खुशी हुई.इसी बहाने आपने अपनी पुरानी यादें ताज़ा कर ली.(भारत की).

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