About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Saturday, September 10, 2011

दर्द

मेरा और दर्द का रिश्ता
ऐसा है जैसा
    चाय में देर तक डूबा बिस्कुट
जिसमें आप चम्मच घुमा दो तो
    मालूम ही ना पड़े कि
कौन किसमे घुल गया
   जब तक आप पियेंगे नहीं
देखोगे तो सिर्फ चाय नजर आएगी
    लेकिन जब पियोगे तो ........

2 comments:

  1. Wah!!!! Mishti yeh Biskut aur chay ke milan ko kya anjaam diya!!!

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  2. THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU THANK YOU

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