About Me

New Delhi, DELHI, India
अपने बारे में क्या कहूँ, एक अनसुलझी पहेली सी हूँ.कभी भीड़ में अकेलापन महसूस करती हूँ! तो कभी तन्हाइयों में भरी महफिल महसूस करती हूँ! कभी रोते रोते हँसती हूँ, तो कभी हंसते हंसते रो पडती हूँ. मैं खुश होती हूँ तो लगता है,सारी दुनिया खुश है,और जब दुखी होती हूँ तो सारी कायनात रोती दिखती है! क्या हूँ मैं, नहीं जानती,बस ऐसी ही हूँ मैं, एक भूलभुलैया.......

Sunday, September 18, 2011

तुम ना रोना

तुम्हे मेरी कसम है
   मेरे मरने पर तुम ना रोना
मुझे डर है कि कहीं
तुम्हारे आंसुओं में भीग कर
     मैं जल ही ना पाऊं
और जबतक मैं खाक नहीं होउंगी 
    तो मुझे गंगा में कैसे बहाओगे
वहीँ तो हमारा मिलन होगा
     जब मैं गंगा में बहूँगी और
तुम्हारी चमक मेरे अंग अंग को
       स्पर्श करेगी,
तो प्रिये,तुम्हे चमकना है,
   हमारे मिलन के लिए,
तुम ना रोना ..तुम ना रोना ......

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